जनपद फर्रुखाबाद में समाजवादी पार्टी द्वारा पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) के मसीहा श्री बी पी मंडल जी की जयंती बड़े उत्साह और सम्मान के साथ मनाई गई। इस अवसर पर सपा के प्रदेश सचिव और पूर्व राज्यमंत्री सर्वेश अम्बेडकर ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया।
उन्होंने बी पी मंडल जी के योगदान की सराहना करते हुए आरक्षण के महत्व पर जोर दिया और संविधान की रक्षा के प्रति समाज की जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला। सर्वेश अम्बेडकर ने कहा कि मंडल जी ने समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों को समान अधिकार दिलाने की लड़ाई लड़ी थी, और हमें उनके सिद्धांतों पर चलते हुए सामाजिक न्याय और संविधान की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए।
सर्वेश अंबेडकर जी ने कहा कि, 1968 में बिहार के सातवें मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने कार्य किया, लेकिन उन्होंने 30 दिन के बाद इस्तीफा दे दिया। बावजूद उनकी बड़ी पहचान मंडल आयोग की सिफारिशों को लेकर हुई, एक सांसद के रूप में उन्होंने दूसरे पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष के रूप में काम किया। जिसे मंडल आयोग के रूप में जाना जाता है, आयोग की रिपोर्ट ने भारतीय आबादी के एक बड़े हिस्से को अन्य पिछड़ा वर्ग के रूप में संगठित किया और भारतीय राजनीति में कम प्रतिनिधित्व वाले और वंचित समूहों से संबंधित नीतियों पर तीखी बहस शुरू की।
कार्यक्रम में पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे, जिन्होंने बी पी मंडल जी के आदर्शों पर चर्चा की और समाजवादी आंदोलन को और मजबूत करने का संकल्प लिया।