ज़िंदाबाद ज़िंदाबाद" केवल एक नारा नहीं है, यह उस जज़्बे की पहचान है जो इंसाफ़, बराबरी और हिम्मत से जुड़ा होता है। यह आवाज़ तब उठती है जब लोग एक विचार, एक नेता या एक आंदोलन के साथ अपने दिल की पूरी ताक़त से खड़े होते हैं।
यह नारा उन तमाम संघर्षों, बलिदानों और उम्मीदों का प्रतीक है जो समाज को एक बेहतर दिशा देने के लिए लगाए जाते हैं। जब भी "ज़िंदाबाद ज़िंदाबाद" गूंजता है, तो उसमें सिर्फ आवाज़ नहीं होती, उसमें एक इतिहास, एक भावना और एक भविष्य छिपा होता है।
आइए, हम सब मिलकर उस सच्चाई, न्याय और बदलाव के लिए आवाज़ बुलंद करें -एडवोकेट राजीव द्विवेदी
नमस्कार, मैं राजीव द्विवेदी आपके क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी बोल रहा हूँ. मैं क्षेत्र की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.