इमरान प्रतापगढ़ी ज़िंदाबाद केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक जुनून है, एक सोच है, एक आवाज़ है जो मजलूमों की तकलीफ को मंच से लेकर संसद तक पहुंचाती है। उन्होंने अपनी शायरी को सिर्फ शब्दों तक सीमित नहीं रखा, बल्कि उसे संघर्ष और बदलाव का माध्यम बना दिया।
देश के युवा उन्हें एक प्रेरणा के रूप में देखते हैं — एक ऐसा शख्स जो बोलता है, तो सिर्फ लफ़्ज़ नहीं, बल्कि लोगों की धड़कनें बोलती हैं।
उनकी शायरी, उनका भाषण और उनका जज़्बा हर उस इंसान के दिल को छूता है जो इंसाफ़, बराबरी और मोहब्बत में यकीन रखता है।
इमरान प्रतापगढ़ी ज़िंदाबाद!
एक नाम नहीं, एक आवाज़ — जो रुकती नहीं, झुकती नहीं। एडवोकेट राजीव द्विवेदी
नमस्कार, मैं राजीव द्विवेदी आपके क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी बोल रहा हूँ. मैं क्षेत्र की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.