चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण अब महामारी का रूप ले चुका है. 140 से अधिक देशों में फैल चुके इस संक्रमण की वजह से साढ़े पांच हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
देशभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं और अब यह आंकड़ा 132 तक पहुंच गया है. इस बीच में महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में एक और शख्स ने कोरोना वायरस की वजह से दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि 64 साल के बुजुर्ग दुबई से लौटे थे और मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती थे. इस तरह देश में कोरोना से मृतकों की तादाद कुल 3 हो गई है. इससे पहले दिल्ली और कर्नाटक में भी दो कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है.
इन परिस्थितियों को लेकर युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष अमल कुमार ने कहा है कि सभी राज्यों में सरकारों को चाहिए कि कोरोना को रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाये जाये. उन्होंने बताया कि बिहार में नीतीश कुमार ने कोरोना को हराने के लिए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा हुआ है और खुद भी स्थितियों पर नजर रखे हुए हैं, जो सराहनीय कदम है. इसके साथ साथ अमल कुमार ने बिहार सरकार द्वारा किये जा रहे सार्थक क़दमों की प्रशंसा करते हुए कहा कि बाकी राज्यों को भी यही मॉडल अपनाना होगा.
कोरोना के कारण लोगों में बेहद खौफ पसरा हुआ है और लोग एक दूसरे से कट रहे हैं. जबकि हमें इस बीमारी से डरने की नहीं बल्कि सावधान और सजग रहकर इसे हराने की जरुरत है. सरकारों को चाहिए कि वें अपने अपने राज्यों में नागरिकों की सेहत और सुरक्षा के साथ उनमें जागरूकता की भावना भी विकसित करें.
अमल कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के मृतकों के परिवार को दी जाने वाली सहायता राशि (4 लाख रूपये) की घोषणा का स्वागत किया. केंद्र गृह मंत्रालय ने हाल ही में घोषणा की है कि कोरोना वायरस से मरने वालों के परिजनों को चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जिसमें मरीज की देखरेख करने वाले लोग भी शामिल हैं. साथ ही इसे आपदा घोषित करने का भी निर्णय लिया गया है ताकि सभी राज्य सरकारें इस वायरस से लड़ने के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष का इस्तेमाल कर सकें.